भारतरत्न से सम्मानित स्वर-कोकिला लता मंगेशकर की गिनती अनमोल गायिकाओं में है। उनकी मधुर आवाज के दीवाने पूरी दुनिया में हैं। संगीत की मलिका कहलाने वाली लता मंगेशकर को कई उपाधियों से नवाजा जा चुका है। 28 सितंबर यानी आज लता मंगेशकर के जन्म की 89वीं वर्षगांठ है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिग्गज गायिका लता मंगेशकर को जन्मदिन की बधाई देते हुए उनके दीर्घायु जीवन और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की।
राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा, ‘लता मंगेशकर को जन्मदिन और दीर्घायु व स्वस्थ जीवन की शुभकामनाएं, जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। उम्मीद करता हूं कि उनकी मधुर आवाज आगामी कई वर्षो तक दुयिनाभर के लाखों लोगों को मोहित करती रहेगी।’
Birthday greetings and best wishes for a long and healthy life to @mangeshkarlata, who has been honoured with the Bharat Ratna. May her melodious voice continue to mesmerise millions across the world for years to come #PresidentKovind
— President of India (@rashtrapatibhvn) September 28, 2018
लता मंगेशकर को ‘लता दीदी’ कहते हुए प्रधानमंत्री ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘लता दीदी आपके जन्मदिन पर आपको शुभकामनाएं। कई दशकों आपके असाधारण काम ने करोड़ों भारतीयों को प्रेरित किया है। आप हमेशा हमारे देश के विकास को लेकर जुनूनी रही हैं। आप अच्छे स्वास्थ्य के साथ दीर्घायु जीवन व्यतीत करें।
Respected Lata Didi, best wishes to you on your birthday. Your exceptional work, spanning decades has endeared you to crores of Indians. You have always been passionate about our country’s development. May you lead a long life filled with good health. @mangeshkarlata
— Narendra Modi (@narendramodi) September 28, 2018
लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर, 1929 को एक मध्यमवर्गीय मराठा परिवार में हुआ। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में जन्मीं लता पंडित दीनानाथ मंगेशकर की बड़ी बेटी हैं। लता का पहला नाम ‘हेमा’ था, मगर जन्म के पांच साल बाद माता-पिता ने इनका नाम ‘लता’ रख दिया था। लता अपने सभी भाई-बहनों में बड़ी हैं। मीना, आशा, उषा तथा हृदयनाथ उनसे छोटे हैं। उनके पिता रंगमंच के कलाकार और गायक थे।
लता मंगेशकर का नाम सुनते ही हम सभी के कानों में मीठी-मधुर आवाज शहद-सी घुलने लगती है। आठ दशक से भी अधिक समय से हिन्दुस्तान की आवाज बनीं लता ने 30 से ज्यादा भाषाओं में हजारों फिल्मी और गैर-फिल्मी गानों में अपनी आवाज़ का जादू बिखेरा। लता ही एकमात्र ऐसी जीवित शख्सियत हैं, जिनके नाम पर पुरस्कार दिए जाते हैं।
