मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में आज यानि बुधवार को नामांकन वापस लेने का अंतिम दिन है। मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस-भाजपा ने अपने सभी उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए है। नामों की लिस्ट आने के बाद कई नेताओं ने पार्टी छोड़ने और निर्दलीय चुनाव लड़ने की धमकी दे डाली। इसी के साथ बागी नेताओं को मनाने के लिए राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के नेताओं ने कोई कसर नहीं छोड़ी है।
पूर्व वित्तमंत्री राघवजी मान गए, वहीं ब्रम्हानंद ने नामांकन वापसी से किया इनकार
विदिशा जिले की शमशाबाद सीट से भाजपा द्वारा जयश्री सिंह को टिकट दिए जाने के बाद पूर्व वित्त मंत्री राघवजी का विरोध खुलकर सामने आया है। राघवजी लगातार इस सीट से अपने और अपनी बेटी के लिए टिकट मांग रहे थे, जिसके बाद टिकट ना मिलने पर राघवजी ने सपाक्स से और बेटी व पूर्व विदिशा नपा अध्यक्ष ज्योति शाह ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर शमशाबाद विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन फार्म दाखिल कर दिया था।
निर्दलीय लड़ने के ऐलान के बाद, अमित शाह ने खुद फोन में बात करके राघवजी को मनाया जिसके बाद उन्होंने अपना नाम वापिस ले लिया।
बैरसिया से भाजपा के बागी नेता ब्रम्हानंद सीट ना मिलने की वजह से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। साथ ही कई बड़े नेताओं के मनाने के बावजूद ब्रम्हानंद ने नामांकन वापस लेने से इंकार कर दिया है।