सूर्य का राशि परिवर्तन सोमवार को सुबह हो रहा है। सूर्य मिथुन राशि से कर्क राशि में प्रवेश कर रहे हैं। सोमवार को श्रावण मास की अमावस्या भी है। इसे हरियाली अमावस्या भी कहा जाता है। दिन सोमवार होने से सोमवती अमावस्या का संयोग भी बन गया है। इसके चलते शिवालयों दर्शनार्थियों के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सोमवती अमावस्या के दिन श्राद्ध कर्म, तर्पण इत्यादि करने से व्यक्ति को सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है। सावन मास का यह दूसरा सोमवार है। इसका व्रत भी रखा जाएगा। ऐसे में इस विशेष दिन पर भगवान शिव की उपासना करने से भी साधक को विशेष लाभ मिलेगा।
कई शुभ संयोग वाला सावन का सोमवार
अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन पुनर्वसु नक्षत्र का निर्माण हो रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग के निर्माण का संयोग जुड रहा है। पुनर्वसु नक्षत्र 18 जुलाई को सुबह 05:11 तक रहेगा। इसके साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग 18 जुलाई सुबह 05:11 से सुबह 05:35 तक रहेगा। हर्षण योग का भी निर्माण हो रहा है जो सुबह 08:58 से शुरू होगा।
अमावस्या पर गहरी काली रात होती है। चंद्रमा गायब रहता है। चंद्रमा मन का कारक ग्रह माना जाता है। इस कारण भावुक लोगों के लिए सतर्क रहने का दिन होता ळै। इस दिन सुनसान जगह जाने से बचना चाहिए। इस बार हरियाली अमावस्या है,इस कारण पेड़-पौधों को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए। अमावस्या पर कटिंग करना नाखून काटने जैसे काम नहीं किए जाते। यह पितरों का दिन माना जाता है।

लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं पावर गैलरी पत्रिका के मुख्य संपादक है. संपर्क- 9425014193