शिव पुराण में आता हैं कि हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी ( पूनम के बाद की ) के दिन सुबह में गणपतिजी का पूजन करें और रात को चन्द्रमा में गणपतिजी की भावना करके अर्घ्य दें।
विघ्नों और मुसीबते दूर करने के लिए और चतुर्थी के दिन ये मंत्र बोलें
ॐ गं गणपते नमः ।
ॐ सोमाय नमः ।

भारतीय समय के अनुसार 02 मार्च 2021 को (सूर्योदय से 03 मार्च प्रात: 03:00 तक) चतुर्थी है, इस महा योग पर अगर मंगल ग्रह देव के 21 नामों से सुमिरन करें और धरती पर अर्घ्य देकर प्रार्थना करें तो आप ऋण से मुक्त हो सकते हैं.
मंगल देव के 21 नाम इस प्रकार हैं :-
मंगलाय नमः
भूमि पुत्राय नमः
ऋण हर्त्रे नमः
धन प्रदाय नमः
स्थिर आसनाय नमः
महा कायाय नमः
सर्व कामार्थ साधकाय नमः
लोहिताय नमः
लोहिताक्षाय नमः
साम गानाम कृपा करे नमः
धरात्मजाय नमः
भुजाय नमः
भौमाय नमः
भुमिजाय नमः
भूमि नन्दनाय नमः
अंगारकाय नमः
यमाय नमः
सर्व रोग प्रहाराकाय नमः
वृष्टि कर्ते नमः
वृष्टि हराते नमः
सर्व कामा फल प्रदाय नमः
दिनांक 01 मार्च 2021 का हिन्दू पंचांग

दिन – सोमवार
विक्रम संवत – 2077
शक संवत – 1942
अयन – उत्तरायण
ऋतु – वसंत
मास – फाल्गुन (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार – माघ)
पक्ष – कृष्ण
तिथि – द्वितीया सुबह 08:35 तक तत्पश्चात तृतीया
नक्षत्र – उत्तराफाल्गुनी सुबह 07:37 तक तत्पश्चात हस्त
योग – शूल दोपहर 12:56 तक तत्पश्चात गण्ड
राहुकाल – सुबह 08:27 से सुबह 09:55 तक
सूर्योदय – 07:00
सूर्यास्त – 18:41
(सूर्योदय और सूर्यास्त के समय मे जिलेवार अंतर संभव है)
दिशाशूल – पूर्व दिशा में
व्रत पर्व विवरण – तृतीया क्षय तिथि
विशेष – द्वितीया को बृहती (छोटा बैंगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
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