*।। ॐ ।।*
*सुप्रभातम्*
««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द……..5120विक्रम संवत्…………….2075शक संवत्…………1940मास………आश्विनपक्ष………………शुक्लतिथी…………………………पूर्णिमारात्रि 10.11 पर्यंत पश्चात प्रतिपदारवि………..दक्षिणायनसूर्योदय…………06.27.16 परसूर्यास्त………….05.54.23 परसूर्य राशि……………..तुलाचन्द्र राशि…………मीननक्षत्र…………..रेवतीप्रातः 06.24 पर्यंत पश्चात अश्विनीयोग…………..हर्षणप्रातः 09.26 पर्यंत पश्चात वज्रकरण…………………विष्टिप्रातः 10.27 पर्यंत पश्चात बवऋतु…………….शरददिन………..बुधवार
*आंग्ल मतानुसार* :-24 अक्तूबर सन 2018 ईस्वी ।
⚜ *तिथि विशेष :*
*शरद पूर्णिमा :-*अमावस्या और पूर्णिमा का चक्र पूरे सालभर ही चलता रहता है। लेकिन उसमें भी आश्विन पूर्णिमा का खास महत्व है। जिसे कोजागिरी, आश्विन पूर्णिमा, कौमुदी पूर्णिमा या शरद पूर्णिमा (या जागने की रात) भी कहते हैं। आसमान में चमकने वाला चांद तो वही होता है लेकिन इस दिन चांद की खूबसूरती नजर लगने जितने निखार पर होती है।
यमुना के तट पर शारदीय पूर्णिमा की मध्यरात्रि में भगवान ने क्लीं बीजमंत्र की ध्वनि से पूर्ण बंशी बजाई। उस समय चंद्रमंडल अखंड था। चाँदनी के प्रभाव से संपूर्ण परिवेश अनुराग की लालिमा से रंगता सा जा रहा था। इस प्रकार भगवान के दिव्य समुज्ज्वल रस के परिवेषण की उद्दीपन सामग्री सर्वत्र व्याप्त हो रही थी। भगवान श्यामसुंदर श्रीकृष्ण ने अपनी प्राणशक्ति जीवनीशक्ति का बंशी में समावेश कर ‘क्लीं’ ध्वनि को प्रतिध्वनित किया ।
प्राचीन काल से शरद पूर्णिमा को बेहद महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। शरद पूर्णिमा से हेमंत ऋतु की शुरुआत होती है। इसके महत्व और उल्लास के तौर-तरीकों के संबंध में शरद पूनम का महत्व शास्त्रों में भी वर्णित है। इस रात्रि को चंद्रमा अपनी समस्त कलाओं के साथ होता है और धरती पर अमृत वर्षा करता है। रात्रि 12 बजे होने वाली इस अमृत वर्षा का लाभ मानव को मिले इसी उद्देश्य से चंद्रोदय के वक्त गगन तले खीर या दूध रखा जाता है जिसका सेवन रात्रि 12 बजे बाद किया जाता है।
🏻♂ *कोजागरी व्रत :-*शरद पूर्णिमा को कोजागौरी लोक्खी (देवी लक्ष्मी) की पूजा की जाती है। चाहे पूर्णिमा किसी भी वक्त प्रारंभ हो पर पूजा दोपहर 12 बजे बाद ही शुभ मुहूर्त में होती है। पूजा में लक्ष्मीजी की प्रतिमा के अलावा कलश, धूप, दुर्वा, कमल का पुष्प, हर्तकी, कौड़ी, आरी (छोटा सूपड़ा), धान, सिंदूर व नारियल के लड्डू प्रमुख होते हैं। जहां तक बात पूजन विधि की है तो इसमें रंगोली और उल्लू ध्वनि का विशेष स्थान है।
*राहुकाल* :-दोपहर 12.10 से 01.35 तक ।
*दिशाशूल* :-उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो तिल का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।
☸ शुभ अंक…………….8🔯 शुभ रंग……………हरा
⚜ *चौघडिया :-*प्रात: 06.30 से 07.55 तक लाभ ।प्रात: 07.55 से 09.20 तक अमृत ।प्रात: 10.45 से 12.10 तक शुभ ।दोप. 03.00 से 04.25 तक चंचल ।सायं 04.25 से 05.50 तक लाभ ।रात्रि 07.25 से 09.00 तक शुभ ।
*आज का मंत्र* :-।।ॐ गजेशाय नम: ।।
*सुभाषितम्* :-आदौ विजित्य विषयान्मोहराग-द्वेषादिशत्रुगणमाह्रतयोगराज्याः।ज्ञात्वा मतं समनुभूयपरात्मविद्या-कांतासुखं वनगृहे विचरन्ति धन्याः ॥२॥अर्थात :-मोह, राग, द्वेष आदि शत्रुरूप विषयों की इच्छा को आरंभ में ही जीत कर, योग के राज्य में आरूढ़ होने वाले, ज्ञान की प्राप्ति और सम्यक् अनुभूति कर के, परा विद्या रूपी पत्नी के साथ वन रूपी गृह में विचरने वाले धन्य हैं ॥२॥
*आरोग्यं* :-*वजन घटाने के लिए सुपरफूड -*
*2. अजवाइन के बीज -*वजन कम करने के लिए अजवाइन के बीज का सेवन कीजिए। अजवाइन के बीज में थाइमोल नामक एक आवश्यक तेल होता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। थाइमोल न केवल बेहतर पाचन में मदद करने वाले गैस्ट्रिक रस के स्राव को बढ़ाता है।वजन घटाने और तेज़ मेटाबॉलिज्म के लिए एक स्वस्थ पाचन महत्वपूर्ण है। वैसे अजवाइन न सिर्फ वजन को कम करता है बल्कि् यह आपको पेट से जुड़ी की बीमारियों को भी दूर रखने में भी सहायता करता है।
⚜ *आज का राशिफल :-*
*राशि फलादेश मेष* :- व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। जुए-सट्टे व लॉटरी से दूर andरहें। व्यवसाय मनोनुकूल रहेगा। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। किसी अपने का व्यवहार समझ नहीं आएगा। सुख के साधनों पर खर्च होगा। किसी बड़ी समस्या से निजात मिलेगी।
*राशि फलादेश वृष* :- फिजूलखर्ची पर नियंत्रण रखें। कर्ज लेना पड़ सकता है। अपेक्षित कार्यों में विलंब होने से मन खिन्न रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। शत्रुभय रहेगा। परिवार की चिंता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निरंतरता रहेगी। अपरिचित व्यक्ति से सावधान रहें।
*राशि फलादेश मिथुन* :- संतान पक्ष की चिंता रहेगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। यात्रा मनोनुकूल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। आय व रोजगार में वृद्धि होगी। मित्र व संबंधी सहायता को आगे आएंगे। मेहमानों पर व्यय होगा। जल्दबाजी न करें।
*राशि फलादेश कर्क* :- घर-बाहर तनाव रहेगा। लोगों से प्रतिकूलता रहेगी। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। नौकरी में अधिकार वृद्धि हो सकती है। मनोनुकूल तबादला हो सकता है। आय में निरंतरता रहेगी। अपेक्षित कार्य पूरे होंगे।
*राशि फलादेश सिंह* :- तंत्र-मंत्र में रुचि बढ़ेगी। किसी मार्गदर्शक का सहयोग मिलेगा। लोगों की बातों में न आएं। कोर्ट व कचहरी में दबदबा बना रहेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यवसाय में वृद्धि होगी। जल्दबाजी न करें। थकान महसूस होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी।
🏻♀ *राशि फलादेश कन्या* :- चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। पुराना रोग परेशान कर सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। अज्ञात भय रहेगा। नया कार्य प्रारंभ करने की योजना टालें। यात्रा में जल्दबाजी न करें। घर-बाहर अशांति रहेगी। धैर्य रखें। आय बनी रहेगी।
⚖ *राशि फलादेश तुला* :- भागदौड़ अधिक रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कोर्ट व कचहरी के कार्य अनुकूल रहेंगे। शत्रुओं का पराभव रहेगा। अधिकार प्राप्ति के योग हैं। परिवार के सदस्यों का सहयोग मिलेगा। व्यवसाय लाभदायक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। आंखों में पीड़ा हो सकती है।
*राशि फलादेश वृश्चिक* :- कष्ट, भय या तनाव का वातावरण बन सकता है। लेन-देन में सावधानी रखें। मकान, दुकान व जमीन खरीदने की योजना बनेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। धनहानि हो सकती है। आय में वृद्धि होगी। जोखिम लेने का साहस कर पाएंगे। रुके कार्य पूर्ण होंगे।
*राशि फलादेश धनु* :- विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त होगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। नौकरी में अनुकूलता प्राप्त होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। रोजगार में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। शुभ समय।
*राशि फलादेश मकर* :- घर में सहयोग नहीं मिलेगा। उत्तेजना व क्रोध पर नियंत्रण रखें। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है, धैर्य रखें। भागदौड़ रहेगी। विवाद से क्लेश होगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बेमतलब आरोप लग सकते हैं। व्यवसाय धीमा चलेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।
*राशि फलादेश कुंभ* :- थोड़ी कोशिश से ही कार्यसिद्धि होगी। समाज में पूछ-परख बढ़ेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। छोटे भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। बाहर जाने का मन बनेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रतिष्ठित व्यक्ति सहयोग करेंगे।
*राशि फलादेश मीन* :- भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। नए काम प्रारंभ करने का मन बनेगा। प्रसन्नता रहेगी। परिवार में मतभेद हो सकता है। विवाद न करें।
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।
☯ आप सभी को शारदीय नवरात्री के पावन पर्व पर आत्मीय शुभकामनाये ।
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*शुभम भवतु*
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🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय*
