*सुप्रभातम्*
««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द………………. 5120
विक्रम संवत्……………..2075
शक संवत्………………..1940
मास……………………… जयेष्ठ
पक्ष…………………….. ….शुक्ल
तिथी……………………. प्रतिपदा
दोप 04.26 पर्यंत पश्चात द्वितीया
रवि…………………..उत् तरायण
सूर्योदय…………05.49.33 पर
सूर्यास्त…………06.56.13 पर
सूर्य राशि………………….वृषभ
चन्द्र राशि…………………वृषभ
नक्षत्र………………….. ..कृत्तिका
प्रातः 08.57 पर्यंत पश्चात रोहिणी
योग…………………….. अतिगंड
रात्रि 10.35 पर्यंत पश्चात सुकर्मा
करण……………………… …बव
दोप 02.26 पर्यंत पश्चात बालव
ऋतु……………………… ..ग्रीष्म
दिन……………………… बुधवार
🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
16 मई सन 2018 ईस्वी ।
*राहुकाल* :-
दोपहर 12.23 से 02.01 तक ।
*दिशाशूल* :-
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो तिल का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।
☸ शुभ अंक……………7
🔯 शुभ रंग……………हरा
चौघडिया :-
प्रात: 05.49 से 07.27 तक लाभ
प्रात: 07.27 से 09.05 तक अमृत
प्रात: 10.44 से 12.22 तक शुभ
अप. 03.39 से 05.17 तक चंचल
सायं 05.17 से 06.55 तक लाभ
रात्रि 08.17 से 09.39 तक शुभ
*आज का मंत्र* :-
।।ॐ भालचन्द्राय नम: ।।
*सुभाषितम्* :-
यादॄशै: सन्निविशते यादॄशांश्चोपसेवते ।
यादॄगिच्छेच्च भवितुं तादॄग्भवति पूरूष: ॥
अर्थात :-
मनुष्य , जिस प्रकारके लोगोंके साथ रहता है , जिस प्रकारके लोगोंकी सेवा करता है , जिनके जैसा बनने की इच्छा करता है , वैसा वह होता है ।
*आरोग्यं* :-
*करेले के 1 कप जूस में है कई बीमारियो से लड़ने की क्षमता*
*हैजा के उपचार में लाभदायक*
हैजा एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है जो किसी भी आयु के व्यक्ति को हो सकती है| करेले का जूस इसमें मदद कर सकता है | इसके लिए दो चम्मच करेले के जूस को बराबर मात्रा में सफ़ेद प्याज के रस के साथ प्रतिदिन स्वस्थ हो जाने तक लिया जाना चाहिए|
*यह आँखों की नजर बढ़ाता है*
लगातार करेले के जूस का सेवन कर आप विभिन्न दृष्टि दोषों को दूर कर सकते हैं| करेले में बीटा- कैरोटीन और विटामिन ए की अधिकता होती है जिससे दृष्टि ठीक होती है| इसके अलावा इसमें उपस्थित विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट्स, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से होने वाली नजरों की कमजोरी से बचाता है|
*त्वचा के रोगों में फायदेमंद*
करेले के रस के सेवन से रक्त साफ होता हैं और त्वचा के रोग ठीक हो जाते है | करेले से पाचन क्रिया ठीक होती हैं इस कारण भी चेहरे पर मुंहासे जैसे रोग नहीं होते | करेला पेट साफ़ करने में भी सहायक होता हैं जिससे चर्म रोग नहीं होते| करेले की पत्तियों में भी विशेष गुण होते हैं आप चाहे तो इसका लैप भी बना के लगा सकते है।
⚜ *आज का राशिफल :-*
*राशि फलादेश मेष* :-
बौद्धिक कार्य सफल होंगे। निवेशादि से लाभ होगा। विरोधी शांत होंगे। मानहानि हो सकती है। पकवान का आनंद मिलेगा। उन्नति पथ उज्ज्वल होगा।
*राशि फलादेश वृष* :-
विवाद से बचें। जोखिम-जमानत के कार्य न करें, धैर्य रखें। विरोधी सक्रिय रहेंगे। हानि-दुर्घटना के योग हैं। सामाजिक कार्यों में संलग्न होंगे।
*राशि फलादेश मिथुन* :-
विद्यार्थी वर्ग सफल होगा। संतान का ख्याल रखें। पराक्रम वृद्धि होगी। रुके हुए कार्य बनेंगे। निवेशादि लाभ देंगे। विश्वसनीय व्यक्ति का सहयोग मिलेगा
*राशि फलादेश कर्क* :-
नौकरी में प्रशंसा मिलेगी। निवेशादि लाभ देंगे। मान बढ़ेगा। घर-बाहर पूछ-परख बढ़ेगी। दिखावे पर व्यर्थ खर्च होगा। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा।
*राशि फलादेश सिंह* :-
अचानक सहयोग प्राप्त होगा। परीक्षा-साक्षात्कार में सफलता मिलेगी। पराक्रम से कार्य बनेंगे। व्यापार-निवेश लाभ देंगे। निजी प्रयास सार्थक होंगे।
🏻♀ *राशि फलादेश कन्या* :-
लाभ के अवसर हाथ से फिसलेंगे। सुख के साधनों की प्राप्ति के योग बनेंगे। जोखिम-जमानत के कार्य न करें। व्यय वृद्धि होगी। हानि-दुर्घटना से बचें।
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
जीवनसाथी की चिंता रहेगी। यात्रा लाभकारी रहेगी। बकाया वसूली करें, निवेशादि शुभ रहेगा। परीक्षा-साक्षात्कार में सफलता मिलेगी।
*राशि फलादेश वृश्चिक* :-
कार्य में सफलता मिलेगी। प्रतिष्ठा वृद्धि होगी। शत्रु भी आपकी कार्यशैली की प्रशंसा करेंगे। नई योजनाएं बनेंगी। निवेश शुभ रहेगा।
*राशि फलादेश धनु* :-
राजकीय सहयोग मिलेगा। निवेश-नौकरी से लाभ होगा। संतान की चिंता होगी। धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। भागीदारी में लिए गए निर्णय लाभदायी होंगे।
*राशि फलादेश मकर* :-
प्रतिष्ठा हानि हो सकती है। जोखिम-जमानत के कार्य से दूर रहें। हानि-दुर्घटना से बचें। विवाद से क्लेश होगा। कार्यक्षेत्र में बुद्धि चातुर्य का उपयोग करें।
*राशि फलादेश कुंभ* :-
शासकीय सहयोग मिलेगा निवेश-नौकरी से लाभ होगा। पराक्रम से लाभ बढ़ेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता मिलेगी। संचार माध्यम से लाभ होगा।
*राशि फलादेश मीन* :-
कीमती वस्तु गुम हो सकती है। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। संपत्ति के कार्य बनेंगे। निवेशादि लाभ देंगे। आत्मीय व्यक्ति से भेंट होगी।
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।
।। *शुभम भवतु* ।।