««««« *आज का पंचांग* »»»»»
कलियुगाब्द………………………….5120विक्रम संवत्…………………………2075शक संवत्……………………………1940मास………………………………….अश्विनपक्ष……………………………………शुक्लतिथी………………………………….पंचमीदुसरे दिन प्रातः 06.27 पर्यंत पश्चात षष्ठीरवि………………………………दक्षिणायनसूर्योदय…………………….06.22.16 परसूर्यास्त……………………..06.03.03 परसूर्य राशि……………………………..कन्याचन्द्र राशि……………………………वृश्चिकनक्षत्र………………………………अनुराधाप्रातः 11.31 पर्यंत पश्चात ज्येष्ठायोग………………………………आयुष्मानप्रातः 07.21 पर्यंत पश्चात सौभाग्यकरण……………………………………बवसंध्या 06.01 पर्यंत पश्चत बालवऋतु……………………………………शरददिन………………………………..शनिवार
🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*13 अक्तूबर सन 2018 ईस्वी ।
⚜ *चतुर्थं कुष्मांडा पूजन (चतुर्थ दिवस) :-**कुष्मांडा : मां दुर्गा का चौथा स्वरूप :-*
वन्दे वांछित कामर्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम्.सिंहरूढा अष्टभुजा कुष्माण्डा यशस्वनीम्॥मां दुर्गा अपने चतुर्थ स्वरूप में कूष्माण्डा के नाम से जानी जाती हैं. नवरात्र के चौथे दिन आयु, यश, बल व ऐश्वर्य को प्रदान करने वाली भगवती कूष्माण्डा की उपासना-आराधना का विधान है ॥अपने उदर से अंड अर्थात् ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कूष्मांडा देवी के नाम से पुकारा जाता है ।अपनी मंद हंसी द्वारा अण्ड अर्थात् ब्रह्माण्ड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कूष्माण्डा देवी के नाम से अभिहित किया गया है. जब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था, चारों ओर अंधकार ही अंधकार परिव्याप्त था तब इन्हीं देवी ने अपने ईषत हास्य से ब्रह्माण्ड की रचना की थी. अत: यही सृष्टि की आदि स्वरूपा आदि शक्ति मानी जाती हैं. इनके पूर्व ब्रह्माण्ड का अस्तित्व था ही नहीं. इनकी आठ भुजाएं हैं. अत: ये अष्टभुजा देवी के नाम से विख्यात हैं. इनके सात हाथों में क्रमश: कमण्डल, धनुष बाण, कमल, पुष्प, अमृतपूर्ण कलश, चक्र तथा गदा हैं. आठवें हाथ में सभी सिद्धियों और निधियों को देने वाली जपमाला है । इनका वाहन सिंह है । संस्कृत भाषा में कूष्माण्डा को कुम्हड़ कहते हैं. बलियों में कुम्हड़े की बलि इन्हें सर्वाधिक प्रिय है. इस कारण से भी मां कूष्माण्डा कहलाती हैं ।
☸ शुभ अंक………………….2🔯 शुभ रंग……………आसमानी
*राहुकाल :-*प्रात: 09.19 से 10.46 तक ।
*दिशाशूल :-*पूर्वदिशा- यदि आवश्यक हो तो उड़द का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।
⚜ *चौघडिया :-*प्रात: 07.52 से 09.18 तक शुभदोप. 12.12 से 01.38 तक चंचलदोप. 01.38 से 03.05 तक लाभदोप. 03.05 से 04.32 तक अमृतसायं 05.58 से 07.32 तक लाभरात्रि 09.05 से 10.38 तक शुभ।
*आज का मंत्र :-*|| ॐ कुष्मांडाय नमः ||
*संस्कृत सुभाषितानि :-*क्षुद्व्याधिश्च चिकित्स्यतांप्रतिदिनं भिक्षौषधं भुज्यतां,स्वाद्वन्नं न तु याच्यतांविधिवशात् प्राप्तेन संतुष्यताम्। शीतोष्णादि विषह्यतांन तु वृथा वाक्यं समुच्चार्यतां औदासीन्यमभीप्स्यतांजनकृपानैष्ठुर्यमुत्सृज्यताम्॥४॥अर्थात :-भूख को रोग समझते हुए प्रतिदिन भिक्षा रूपी औषधि का सेवन करें, स्वाद के लिए अन्न की याचना न करें, भाग्यवश जो भी प्राप्त हो उसमें ही संतुष्ट रहें| सर्दी-गर्मी आदि विषमताओं को सहन करें, व्यर्थ वाक्य न बोलें, निरपेक्षता की इच्छा करें, लोगों की कृपा और निष्ठुरता से दूर रहें ॥४॥
*आरोग्यं :-**छाले दूर करने के घरेलू उपचार -*
*2. सेब का सिरका -*सेब का सिरका कई स्वास्थ्य और सौंदर्य लाभ प्रदान करते हैं। सेब का सिरका वजन घटाने, कोलेस्ट्रॉल को कम करने और ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में सहायता करता है। इसका इस्तेमाल कई तरह के घरेलू उपाचारों में किया जाता है। छालों का इलाज करने के लिए आप रुई के फोए से सेब के सिरके को प्रभावित हिस्सेो पर लगाएं। इसके एंटी-बैक्टीरियल गुण दर्द कम करने और इंफेक्शगन दूर करने का काम करते हैं। इसमें थोड़ा दर्द हो सकता है लेकिन ये छालों को जल्दै ठीक भी कर देगा।
⚜ *आज का राशिफल :-*
*राशि फलादेश मेष :-*विवाद से बचें। स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में विशेष सावधानी रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। घर-बाहर अशांति रह सकती है। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। भाइयों से मतभेद बढ़ सकते हैं। नौकरी में कार्य का बोझ बढ़ सकता है।
*राशि फलादेश वृष :-*घर-परिवार के किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना पड़ सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। रोमांस का अवसर नहीं मिलेगा। कार्य पर अधिक ध्यान देना पड़ेगा। राजकीय रुकावटें दूर होंगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे।
*राशि फलादेश मिथुन :-*संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। प्रॉपर्टी के कार्यों के लिए समय अनुकूल है। रोजगार मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। कार्य का बोझ स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। थकान रहेगी। वरिष्ठजन सहयोग करेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा।
*राशि फलादेश कर्क :-*परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। रचनात्मक कार्य पूर्ण होंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। पीठ पीछे चु्गलखोर सक्रिय रहेंगे। ऐश्वर्य के साधनों पर खर्च होगा। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। वस्तुएं संभालकर रखें।
*राशि फलादेश सिंह :-*उच्चाधिकारी की प्रसन्नता का ख्याल रखें। अनावश्यक क्रोध न करें, बात बिगड़ सकती है। शोक समाचार मिल सकता है। भागदौड़ अधिक होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। अपनों में से किसी का व्यवहार दिल पर चोट पहुंचा सकता है। व्यवसाय ठीक चलेगा।
🏻♀ *राशि फलादेश कन्या :-*अज्ञात भय सताएगा। मेहनत का फल पूरा-पूरा मिलगा। रुके कार्य पूर्ण होंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में इजाफा होगा। आलस्य हावी रहेगा। लाभ में वृद्धि होगी। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। परिवार के सदस्य सहयोग प्रदान करेंगे।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*वाणी पर नियंत्रण रखें। राजकीय कोप भुगतना पड़ सकता है। जोखिम उठाने व जल्दबाजी करने से बचें। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। पुराने भूले-बिसरे मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। मान बढ़ेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। धनार्जन होगा।
*राशि फलादेश वृश्चिक :-*नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय हो सकता है। बेरोजगारी की समस्या से छुटकारा मिलेगा। यात्रा लाभदायक रहेगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। अज्ञात भय सताएगा। शारीरिक कष्ट संभव है। दूसरों की बातों में न आएं, हानि हो सकती है।
*राशि फलादेश धनु :-*आंखों को चोट व रोग से बचाएं। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। फिजूलखर्ची से बजट बिगड़ेगा। दूसरों से अपेक्षा न करें। तनाव व चिंता रहेंगे। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कुसंगति से हानि होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में कमी रहेगी।
*राशि फलादेश मकर :-*बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। बाहरी मतभेद समाप्त होंगे। कोई बड़ी समस्या से सामना हो सकता है। समय अनुकूल है। ठीक होगा।
*राशि फलादेश कुंभ :-*कार्यस्थल पर समयानुकूल परिवर्तन संभव है। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। योजना फलीभूत होगी। कारोबारी नए अनुबंध हो सकते हैं। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। ऐश्वर्य पर खर्च होगा। वरिष्ठजन सहयोग करेंगे। मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी।
*राशि फलादेश मीन :-*स्वयं व परिवार की स्वास्थ्य पर व्यय हो सकता है। देवदर्शन सुलभ होंगे। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय बाधा दूर होगी। आय में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यवसाय ठीक चलेगा।
☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो |*
