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पंचांग, 11 अक्टूबर 2018,मेष राशि के जातकों को रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे

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कलियुगाब्द……………………5120विक्रम संवत्…………………..2075शक संवत्……………………..1940मास…………………………..आश्विनपक्ष……………………………..शुक्लतिथी…………………………..तृतीयादुसरे दिन प्रातः 05.28 पर्यंत पश्चात चतुर्थीरवि……………………….दक्षिणायनसूर्योदय……………..06.21.53 परसूर्यास्त………………06.05.45 परसूर्य राशि………………………कन्याचन्द्र राशि………………………तुलानक्षत्र………………………….स्वातिप्रातः 10.27 पर्यंत पश्चात विशाखायोग……………………….विषकुम्भप्रातः 09.54 पर्यंत पश्चात प्रीतीकरण…………………………तैतिलसंध्या 05.47 पर्यंत पश्चात गरजऋतु……………………………शरददिन………………………….गुरुवार
🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-11 अक्तूबर सन 2018 ईस्वी ।
⚜ *ब्रह्मचारिणी पूजन (द्वितीय दिवस) :-*भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या की थी। इस कठिन तपस्या के कारण इस देवी को तपश्चारिणी अर्थात्‌ ब्रह्मचारिणी नाम से अभिहित किया। मांदुर्गा की नवशक्ति का दूसरा स्वरूप ब्रह्मचारिणी का है। यहां ब्रह्म का अर्थ तपस्या से है। मां दुर्गा का यह स्वरूप भक्तों और सिद्धों को अनंत फल देने वाला है। इनकी उपासना से तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार और संयम की वृद्धि होती है। ब्रह्मचारिणी का अर्थ तप की चारिणी यानी तप का आचरण करने वाली। देवी का यह रूप पूर्ण ज्योतिर्मय और अत्यंत भव्य है। इस देवी के दाएं हाथ में जप की माला है और बाएं हाथ में यह कमण्डल धारण किए हैं। पूर्वजन्म में इस देवी ने हिमालय के घर पुत्री रूप में जन्म लिया था और नारदजी के उपदेश से भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या की थी। इस कठिन तपस्या के कारण इन्हें तपश्चारिणी अर्थात्‌ ब्रह्मचारिणी नाम से अभिहित किया गया। एक हजार वर्ष तक इन्होंने केवल फल-फूल खाकर बिताए और सौ वर्षों तक केवल जमीन पर रहकर शाक पर निर्वाह किया कुछ दिनों तक कठिन उपवास रखे और खुले आकाश के नीचे वर्षा और धूप के घोर कष्ट सहे। तीन हजार वर्षों तक टूटे हुए बिल्व पत्र खाए और भगवान शंकर की आराधना करती रहीं। इसके बाद तो उन्होंने सूखे बिल्व पत्र खाना भी छोड़ दिए। कई हजार वर्षों तक निर्जल और निराहार रह कर तपस्या करती रहीं। पत्तों को खाना छोड़ देने के कारण ही इनका नाम अपर्णा नाम पड़ गया। कठिन तपस्या के कारण देवी का शरीर एकदम क्षीण हो गया। देवता, ऋषि, सिद्धगण, मुनि सभी ने ब्रह्मचारिणी की तपस्या को अभूतपूर्व पुण्य कृत्य बताया, सराहना की और कहा -हे देवी आज तक किसी ने इस तरह की कठोर तपस्या नहीं की। यह तुम्हीं से ही संभव थी। तुम्हारी मनोकामना परिपूर्ण होगी और भगवान चंद्रमौलि शिवजी तुम्हें पति रूप में प्राप्त होंगे। अब तपस्या छोड़कर घर लौट जाओ। जल्द ही तुम्हारे पिता तुम्हें बुलाने आ रहे हैं। मां ब्रह्मचारिणी देवी की कृपा से सर्वसिद्धि प्राप्त होती है। दुर्गा पूजा के दूसरे दिन देवी के इसी स्वरूप की उपासना की जाती है। इस देवी की कथा का सार यह है कि जीवन के कठिन संघर्षों में भी मन विचलित नहीं होना चाहिए।

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 *राहुकाल* :-दोपहर 01.40 से 03.07 तक ।

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 *दिशाशूल* :-दक्षिणदिशा -यदि आवश्यक हो तो दही या जीरा का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।
☸ शुभ अंक……………..2🔯 शुभ रंग…………….पीला
✡ *चौघडिया* :-प्रात: 06.24 से 07.51 तक शुभप्रात: 10.45 से 12.12 तक चंचलदोप. 12.12 से 01.39 तक लाभदोप. 01.39 से 03.06 तक अमृतसायं 04.33 से 06.00 तक शुभसायं 06.00 से 07.33 तक अमृतरात्रि 07.33 से 09.06 तक चंचल |

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 *आज का मंत्र* :-|| ॐ ब्रह्मचारिन्ये नमः ||

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 *सुभाषितम्* :-संगः सत्सु विधीयतांभगवतो भक्ति: दृढाऽऽधीयतां,शान्त्यादिः परिचीयतांदृढतरं कर्माशु संत्यज्यताम्। सद्विद्वानुपसृप्यतां प्रतिदिनंतत्पादुका सेव्यतां,ब्रह्मैकाक्षरमर्थ्यतांश्रुतिशिरोवाक्यं समाकर्ण्यताम्॥२॥अर्थात :-सज्जनों का साथ करें, प्रभु में भक्ति को दृढ़ करें, शांति आदि गुणों का सेवन करें, कठोर कर्मों का परित्याग करें, सत्य को जानने वाले विद्वानों की शरण लें, प्रतिदिन उनकी चरण पादुकाओं की पूजा करें, ब्रह्म के एक अक्षर वाले नाम ॐ के अर्थ पर विचार करें, उपनिषदों के महावाक्यों को सुनें ॥२॥

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 *आरोग्यं* :-*दाढ़ी के सफेद बालों का घरेलू उपचार -*
*4. विटामिन बी12 -*यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने भोजन पर ध्यान दें। बालों के भूरे रंग को रोकने के लिए विटामिन बी12 एक महत्वपूर्ण घटक है। यदि आपको लगता है कि आपको पर्याप्त विटामिन बी12 नहीं मिल रहा है, तो आप विटामिन बी कॉम्प्लेक्स सप्लीमेंट्स पर भी विचार कर सकते हैं। 
⚜ *आज का राशिफल* :-

🐏

 *राशि फलादेश मेष* :-रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। रोजगार में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बाहरी-भीतरी मतभेद समाप्त होने से प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न लें। भाइयों से सहयोग मिलेगा। 

🐂

 *राशि फलादेश वृष* :-पुराना रोग उभर सकता है। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। विवाद को बढ़ावा न दें। संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। बुद्धि का प्रयोग लाभ में वृद्धि करेगा। दूसरों की जवाबदारी न लें। 

👫

 *राशि फलादेश मिथुन* :-यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। बुद्धि व ज्ञान की वृद्धि होगी। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। बड़ों की बात मानें, लाभ होगा। अच्छी खबर मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। वरिष्ठ जन सहयोग करेंगे। जोखिम न लें। आलस्य रहेगा। 

🦀

 *राशि फलादेश कर्क* :-शोक समाचार मिल सकता है। दौड़धूप अधिक होगी। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। घर-बाहर तनाव रहेगा। शांति बनाए रखें। अधिक प्रयास करने से लाभ होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। पार्टनरों से मतभेद हो सकते हैं। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। 

🦁

 *राशि फलादेश सिंह* :-घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। मेहनत का फल मिलेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। आय में वृद्धि होगी। कोई बड़ी समस्या का हल मिलेगा। मित्र व संबंधी सहयोग करेंगे। घर के बड़ों की चिंता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। संतान पक्ष तरक्की करेगा। 

👱

🏻‍♀ *राशि फलादेश कन्या* :-भूले-बिसरे मित्र व संब‍ंधियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। दूसरों के काम की जवाबदारी न लें। प्रयास भरपूर करें, लाभ होगा। वरिष्ठजनों से मेल-मुलाकात होगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। 
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-लाभ के अवसर हाथ आएंगे। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। यात्रा से लाभ होगा। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जोखिम उठाने व जल्दबाजी करने से बचें। अतिउत्साह हानि देगा। विवाद न करें। 

🦂

 *राशि फलादेश वृश्चिक* :-सुख के साधनों पर अतिव्यय हो सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। बोलचाल में हल्की मजाक न करें। घर-बाहर तनाव रह सकता है। कार्यकुशलता में कमी रहेगी। कोई बड़ी गलती हो सकती है। अपरिचितों पर विश्वास न करें। 

🏹

 *राशि फलादेश धनु* :-रुका हुआ धन मिल सकता है। भाइयों व पार्टनर से सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। भाग्य अनुकूल है। समय का लाभ लें। रोजगार में वृद्धि होगी। परिवार में कोई मंगल कार्य हो सकता है। प्रसन्नता रहेगी। अपेक्षित कार्य पूर्ण होंगे।

🐊

 *राशि फलादेश मकर* :-कार्यस्थल पर सुधार होगा। योजना फलीभूत होगी। रोजगार में वृद्धि होगी। मान-सम्मान मिलेगा। राजकीय बाधा दूर होगी। मतभेद समाप्त होंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। कार्य में प्रगति होगी। दूसरों से अपेक्षा न करें। अज्ञात भय सताएगा। विरोधी पस्त होंगे। प्रमाद न करें। 

🏺

 *राशि फलादेश कुंभ* :-तं‍त्र-मंत्र में रुचि रहेगी। राजकीय बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। प्रतिद्वंद्वी शांत रहेंगे। आय में वृद्धि होगी। जल्दबाजी से काम बिगड़ सकते हैं। ऐश्वर्य पर व्यय होगा। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। 

🐋

 *राशि फलादेश मीन* :-विवाद को बढ़ावा न दें। उत्तेजना पर नियंत्रण आवश्यक है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। घर में अशांति रहेगी। कुसंगति से बचें। वस्तुएं संभालकर रखें। कोई बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है, धैर्य रखें। 
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।

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