««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द……………5120
विक्रम संवत्………….2075
शक संवत्…………….1940
मास…………………..बैशा ख
पक्ष ……………………शुक्ल
तिथी…………………चतुर् दशी
प्रातः 06.38 पर्यंत पश्चात पूर्णिमा
रवि………………..उत्तरा यण
सूर्योदय………05.59.47 पर
सूर्यास्त………06.48.38 पर
सूर्य राशि…………………मेष
चन्द्र राशि………………तुला
नक्षत्र………………….. ..चित्रा
दोप 02.04 पर्यंत पश्चात
योग……………………… .वज्र
प्रातः 11.25 पर्यंत पश्चात
करण…………………..वणिज
प्रातः 06.38 पर्यन्त पश्चात विष्टि
ऋतु…………………….. बसंत
दिन…………………..रवि वार
🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
29 अप्रैल सन 2018 ईस्वी ।
☸ शुभ अंक…………3
🔯 शुभ रंग………..लाल
संध्या 05.12 से 06.48 तक ।
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो दलिया, घी या पान का सेवनकर यात्रा प्रारंभ करें।
✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 07.34 से 09.11 तक चंचल
प्रात: 09.11 से 10.47 तक लाभ
प्रात: 10.47 से 12.23 तक अमृत
दोप. 01.59 से 03.35 तक शुभ
सायं 05.12 से 06.48 तक शुभ
रात्रि 08.12 से 09.35 तक अमृत
रात्रि 09.35 से 10.59 तक चंचल ।
|| ॐ रवये नमः ||
*संस्कृत सुभाषितानि* :-
धॄति: क्षमा दमोऽस्तेयं शौचमिन्द्रियनिग्रह:।
धीर्विद्या सत्यमक्रोधो
दशकं धर्मलक्षणम्॥
अर्थात :-
धर्म के दस लक्षण हैं – धैर्य, क्षमा, आत्म-नियंत्रण, चोरी न करना, पवित्रता, इन्द्रिय-संयम, बुद्धि, विद्या, सत्य और क्रोध न करना॥
*नींद न आने पर आयुर्वेदिक उपाय :-*
*1. अनिद्रा के लिए बेहतर है अश्वगंधा -*
अश्वगंधा का जरुरी लाभ यह है कि यह जड़ी-बूटी हमारे दिमाग में वृद्धि करती है और स्मृति को भी सुधारती है। यह अनिद्रा के लिए भी अच्छी है, क्योंकि यह हमारे नसों को ताज़ा करती है और उन्हें आराम देती है। अश्वगंधा की खुराक आधा चम्मच पाउडर है, जो रात को शक्कर, घी या गर्म दूध के साथ खाई जा सकती है।
*2. जटामांसी -*
जाटांमसी दिमाग को शांत करने वाली जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल रोगी को शांत करने के लिए किया जाता है। यह तंत्रिका तंत्र के आराम में मदद करती है और न्यूरोसिस के मामले में बहुत प्रभावी है। यह न्यूरोट्रांसमिशन बढ़ाता है और याददाश्त के लिए भी अच्छा है और यह अनिद्रा के मामले में शक्तिशाली और प्रभावी है। यह शरीर के अंगों और प्रणालियों को संतुलित करती है। इसका उपयोग चूर्ण के रूप में किया जा सकता है या गर्म पानी में 4-5 घंटे भिगोकर इसका उपयोग करें। आप इसे सोते समय पी सकते है जो तनाव कम करती है।
*3. शंखपुष्पी -*
शंखपुष्पी एक प्राचीन औषधि है, जिसका उपयोग मस्तिष्क का बढ़ावा करने के लिए किया गया है। शंखपुष्पी को रक्त के प्रवाह के लिए, विषाक्त पदार्थों के तंत्रिका कोशिकाओं को निकालने और अनिद्रा का इलाज करने में होता है। यह मानसिक थकान को रोकती है और मस्तिष्क को आराम देती है। यह मस्तिष्क को बढाती है और उच्च रक्तचाप, अनिद्रा और अवसाद का इलाज करती है।
⚜ *आज का राशिफल* :-
धनार्जन होगा। प्रयास सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। तीर्थदर्शन हो सकता है। प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न लें।
जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। कामकाज अच्छी तरह से चलेगा। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। उन्नति होगी।
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। धनार्जन होगा। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें।
घर-बाहर तनाव रहेगा। भागदौड़ रहेगी। लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे। दु:खद समाचार मिल सकता है।
प्रतिष्ठा व पराक्रम में वृद्धि होगी। मेहनत का फल मिलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा।
पुराने संगी-साथियों से मुलाकात होगी। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। मान बढ़ेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। जोखिम न लें।
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। प्रसन्नता रहेगी।
फालतू खर्च होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। कार्य में विलंब होगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। धैर्य रखें।
चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। क्रोध पर नियंत्रण रखें। कहीं अपमान हो सकता है। बकाया वसूली होगी। यात्रा होगी।
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मान-सम्मान मिलेगा। धनार्जन होगा। जल्दबाजी न करें।
तीर्थयात्रा हो सकती है। वरिष्ठजन सहयोग करेंगे। सत्संग का लाभ मिलेगा। व्यवसाय लाभदायक रहेगा।
झंझटों में न पड़ें। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। अपेक्षाकृत कार्यों में देरी होगी।
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।
।।
*शुभम भवतु*
।।