देश के प्रथम नागरिक महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नौकरशाहों से आग्रह किया है कि वे अपनी पहचान कायम रखें और राजनीतिक दलों से दूरियां बनाकर रखें । राष्ट्रपति ने यह बात उनसे मिलने आए भारतीय प्रशासनिक सेवा के पदोन्नत अफसरों से कही। उन्होंने कहा कि आम तौर पर यह धारणा बनती है कि बीतते समय के साथ नौकरशाह किसी न किसी राजनीतिक व्यवस्था या नेता के साथ जुड़ जाते हैं । नौकरशाहों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनका नाम किसी राजनीतिक दल या नेता से न जुड़े।
जनता में भरोसा कायम हो
राष्ट्रपति ने कहा कि नौकरशाहों के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती खुद को जनता की नजर में निष्पक्ष, ईमानदार, कुशल और योग्य साबित करने की है। उन्होंने कहा, अखिल भारतीय सेवाओं ने देश के विकास और अर्थव्यवस्था की प्रगति में एक अहम भूमिका निभाई है। इसके बावजूद, हमंे अपनी युवा आबादी और समाज के गरीब और पिछड़े तबकांे की उम्मीदों पर ध्यान देना होगा। हमारी शासन प्रणालियों और नौकरशाही व्यवस्था की गुणवत्ता के बारे में अकसर किए जाने वाले जायज प्रश्नों को हम अनदेखा नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि कई बार ये धारणायें वास्तविक से बिल्कुल उलट हो सकती हैं , लेकिन धारणाओं का होना बहुत ही जरूरी है। राष्ट्रपति ने नौकरशाहों को सरकारी नीतियां कानून और संविधान की भावना के अनुरूप तैयार करने की सलाह देते हुए कहा कि जन सेवकों को कार्यपालिका को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष सलाह देने का साहस होना चाहिए।